ऑटो स्केलिंग (Auto Scaling)

कंप्यूटिंग संसाधनों के संदर्भ में, ऑटोस्केलिंग एक सिस्टम की स्वचालित रूप से स्केल होने की क्षमता है। एक ऑटोस्केलिंग सिस्टम के साथ, जरूरत पड़ने पर संसाधन स्वचालित रूप से जुड़ जाते हैं और उपयोगकर्ता की बढ़ती-घटती मांगों को पूरा करने के लिए स्केल कर सकते हैं। ऑटोस्केलिंग प्रक्रिया भिन्न होती है और मेमोरी या प्रक्रिया समय (process time) जैसे विभिन्न विषयों के आधार पर स्केल करने योग्य होती है। प्रबंधित क्लाउड सेवाएं (Managed cloud services) आमतौर पर ऑटोस्केलिंग कार्यक्षमता से जुड़ी होती हैं क्योंकि अधिकांश ऑन-प्रिमाइसेस परिनियोजन की तुलना में अधिक विकल्प और कार्यान्वयन उपलब्ध होते हैं।

पहले, आधारिक संरचना और एप्लीकेशन्स को सिस्टम के चरम उपयोग के विचार से तैयार किया गया था। इस वास्तुकला का मतलब था अधिक संसाधनों का कम उपयोग और बदल्ते उपभोक्ता मांग को सम्पूर्ण करने में अयोग्यता। जिसका मतलब व्यवसाय की उच्च लागत और अधिक मांग के कारण आउटेज से व्यवसाय खो जाना था।

क्लाउड, एप्लीकेशन को वर्चुअल बनाकर, कन्टेनरीकृत कर और उनकी निर्भरता का लाभ उठाकर, संगठन उपयोगकर्ता की मांगों के अनुसार बड़े पैमाने पर एप्लीकेशन बना सकते हैं। वे एप्लीकेशन की मांग की निगरानी कर सकते हैं और इष्टतम उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करते हुए स्वचालित रूप से उन्हें स्केल कर सकते हैं। हर शुक्रवार शाम को Netflix के दर्शकों की संख्या में वृद्धि को लें। ऑटोस्केलिंग का अर्थ है गतिशील रूप से अधिक संसाधन जोड़ना: उदाहरण के लिए, अधिक वीडियो स्ट्रीमिंग वाले सर्वरों की संख्या में वृद्धि और खपत सामान्य होने के बाद वापस स्केलिंग।


अंतिम बार संशोधित August 3, 2022: Merge 5 new Hindi localizations into main (#1158) (d0210b0)